कांग्रेस ओवरसीज के अध्यक्ष सैम पित्रोदा अपने बयानों को लेकर विवादों में रहते हैं. वह एक बार फिर विवादों में हैं. सैम पित्रोदा ने कहा है कि पूर्व में रहने वाले भारतीय चीनियों जैसे, और दक्षिण में रहने वाले अफ्रीकन जैसे लगते हैं. 
न्यूज़ संगठन स्टेट्समैन के साथ एक इंटरव्यू में पित्रोदा ने अलग-अलग मसलों पर बात की. भारत के विविधत लोकतंत्र का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि 75 सालों का उनका जीवन बहुत ख़ुशहाल माहौल में बीता, जहां लोग कुछ छुट-पुट झगड़ों को छोड़कर एक साथ रह सकते थे. इसी में जोड़ते हुए वह कह गए, हम भारत जैसे वैविध्य वाले देश को एक साथ रख सकते हैं जहां पूरब के लोग चीनियों जैसे दिखते हैं, पश्चिम के लोग अरब जैसे, उत्तर के लोग शायद गोरों जैसे और दक्षिण के लोग अफ़्रीकी दिखते हैं. इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. हम सब भाई-बहन हैं.
हम सभी अलग-अलग भाषाओं, धर्मों, रीति-रिवाजों और खान-पान का सम्मान करते हैं. मैं इसी भारत में विश्वास करता हूं, जहां हर किसी के लिए एक जगह है और हर कोई थोड़ा-बहुत समझौता करता है. 
पित्रोदा की टिप्पणी से विवाद उठ गया. भारतीय जनता पार्टी के नेताओं, समर्थकों और अन्य लोगों ने उनकी सोच को नस्लभेदी बताया. 
देश का अपमान: PM मोदी
बुधवार, 7 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सैम पित्रोदा की इस टिप्पणी को लेकर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर हमला बोला. कहा कि रंग के आधार पर देश के लोगों पर ऐसा बोलना उनका अपमान है. 
प्रधानमंत्री के अलावा टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने X के एक पोस्ट में लिखा- सैम भाई, मैं उत्तर पूर्व से हूं और एक भारतीय जैसा दिखता हूं. हम एक विविध देश हैं- हम अलग दिख सकते हैं, लेकिन हम सभी एक हैं. 
अभिनेत्री और अब भाजपा के टिकट से लोकसभा उम्मीदवार कंगना रनौत ने कांग्रेस की ख़ूब आलोचना की. इस टिप्पणी को भेदभावपूर्ण बताते हुए कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर तंज़ किया कि ये उनके गुरु हैं. 
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने भी पित्रोदा की निंदा की और कहा कि उन्होंने ‘विविध भारत’ की जो तुलना की, उससे ये पता चलता है कि उन्हें देश या इसकी संस्कृति की कोई समझ नहीं है. भाजपा के प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने तो सैम पित्रोदा को "सीरियल अपराधी" क़रार दिया और उन्हें कांग्रेस से निष्कासित करने की मांग कर दी. 
अभी पिछले महीने ही पित्रोदा अपने एक उदाहरण की वजह से विवाद में घिर गए थे. उन्होंने अमेरिका में लगने वाले 'विरासत टैक्स' का ज़िक्र कर दिया था, जिसे भाजपाइयों ने कांग्रेस के एजेंडे और मेनिफ़ेस्टो से जोड़ दिया. उस वक़्त पार्टी ने ख़ुद को उनके बयान से अलग कर लिया था.
इस मामले में भी पार्टी ने अपने हाथ खींच लिए हैं. पार्टी के संचार महासचिव जयराम रमेश ने कहा है कि जिस तरह की तुलना उन्होंने की है, वो दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य है. कांग्रेस ने ख़ुद को इस बयान से पूरी तरह अलग कर लिया है.
-Legend News

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